ऐसे करें मां लक्ष्मी की पूजा, घर में होगी धनवर्षा
नई दिल्ली: आज दिवाली का त्योहार है. हर कोई इस पर्व को खुशियों के साथ मना रहा है. आज के दिन हम
लक्ष्मी की पूजा करते हैं. दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजन का बहुत महत्व है. हम सभी का मानना है कि लक्ष्मी जी की पूजा करने से घर में बरकत बनी रहती है, इसलिए सभी घरों में यह पूजा विधिवित होती है. आज के दिन लक्ष्मी के
साथ-साथ गणेश की भी पूजा होती है. लक्ष्मी धन की देवी हैं तो गणेश बुद्धि के देवता हैं.
लक्ष्मी के साथ-साथ गणेश की पूजा करने का उद्देश्य यह है कि अगर घर में लक्ष्मी हैं तो बुद्धि का होना बहुत जरूरी है, ताकि लक्ष्मी का सही तरीके से सदुपयोग किया जा सके. शास्त्रों में लक्ष्मी पूजन को लेकर कुछ बातें स्पष्ट की हैं. अगर सही तरीके से लक्ष्मी की पूजा की जाती है तो उनका स्थाई निवास होता है. आईए जानते हैं कि पूजा करने के सरल और सही विधि क्या है.
जिस स्थान पर मां लक्ष्मी की पूजा करनी है वह जगह साफ-सुथरा होना चाहिए. इसलिए, पूजा करने से पहले ही उस जगह की अच्छे से सफाई कर लें. माना जाता है कि गंदगी में लक्ष्मी का निवास नहीं होता है. उनका निवास केवल साफ-सुथरे जगहों पर होता है. साइंस के मुताबिक, अगर कोई जगह गंदा है और आसपास मकड़े के जाल हों तो निगेटिव एनर्जी हावी रहता है. गंदगी की दूसरी सबसे बड़ी वजह आलस्य है. जो आलसी होगा वह लक्ष्मी का अर्जन नहीं कर सकता है.
लक्ष्मी के साथ-साथ गणेश की भी पूजा करें. लक्ष्मी की पूजा से धन तो गणपति की पूजा से बुद्धि आएगा. बुद्धि के बिना न तो लक्ष्मी जी आ सकती हैं और आ भी गईं तो ठहर नहीं सकती हैं.
पूजा करने की विधि
पहले लक्ष्मी और गणेश की मूर्ति को अच्छे से धो लें. उसके बाद कुंकुम से पूजन करें. फूल में लाल गुलाब का इस्तेमाल करें. ये सब पवित्रता के साधन हैं. प्रसाद के रूप में खीर या मिठाई चढ़ाएं. पूजा के दौरान लक्ष्मी सूक्त का पाठ जरूर करें. कुल मिलाकर, निष्ठा और स्वच्छता के साथ पूजा करने पर फल जरूर मिलता है. लक्ष्मी जी के आने के यही रास्ते हैं.
मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए छोटी कन्याओं को उपहार दे सकते हैं. उपहार मिलने से वो बहुत खुश होती हैं. वे मासूम होते हैं और स्वभाव निश्चल होता है, इसलिए मां लक्ष्मी खुश होती हैं.
पूजा का शुभ मुहूर्त
ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक, इस वर्ष दिवाली पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 6 बजकर 30 मिनट से प्रारंभ होगा और रात 8 बजकर 30 मिनट तक रहेगा. इस साल दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त 1 घंटा 58 मिनट तक रहेगा. इसी दौरान सभी घरों में लक्ष्मी-गणेश की पूजा सम्पन्न की जाएगी.
नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट द्वारा पटाखे की बिक्री पर रोक को लेकर सदर बाजार के व्यापारियों ने अनूठे तरीके से अपना विरोध प्रदर्शन जताया. व्यापारियों ने हरी सब्जियों में पटाखों को लपेट कर बेचना शुरू कर दिया है. दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने सामान्य पटाखे की जगह ग्रीन पटाखे बेचने और फोड़ने की अनुमति दी है. सदर बाजार एसोसिएशन के अध्यक्ष एचएस छाबड़ा ने कहाकि हमलोग ग्रीन पटाखे का मतलब भी नहीं जानते हैं.
व्यापारियों ने कहा कि हम नहीं जानते हैं कि ग्रीन पटाखे क्या होते हैं. जब हमने स्थानीय SHO से बात की तो उन्होंने कहा कि वे हमें ग्रीन पटाखे की लिस्ट देंगे. दूसरे दिन जब हम लिस्ट लेने पहुंचे तो उन्होंने कहा कि इसके लिए दो दिन और चाहिए. बाजार में ग्रीन पटाखे है ही नहीं, तो हम क्या बेचेंगे. व्यापारियों का कहना है कि कोर्ट का फैसला एक साल पहले आना चाहिए था, जिससे कि बाजार में ग्रीन पटाखे उपलब्ध होते.
बता दें, सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में केवल ग्रीन पटाकों की बिक्री की अनुमति दी है. ग्रीन पटाखा कम प्रदूषण फैलाता है. इसके अलावा इसे तय समय और तय किए गए एरिया में ही बेचने का आदेश दिया गया था. कोर्ट ने पटाखों पर पूरी तरह प्रतिबंध से इनकार कर दिया था. कोर्ट ने कहा कि दीवाली के दिन रात 8 से 10 बजे के बीच ही पटाखे फोड़े जा सकते हैं. क्रिसमस और न्यू ईयर के मौके पर फायरक्रैकर्स रात 11.55 से रात 12.30 तक ही छोड़े जा सकेंगे.
लक्ष्मी के साथ-साथ गणेश की पूजा करने का उद्देश्य यह है कि अगर घर में लक्ष्मी हैं तो बुद्धि का होना बहुत जरूरी है, ताकि लक्ष्मी का सही तरीके से सदुपयोग किया जा सके. शास्त्रों में लक्ष्मी पूजन को लेकर कुछ बातें स्पष्ट की हैं. अगर सही तरीके से लक्ष्मी की पूजा की जाती है तो उनका स्थाई निवास होता है. आईए जानते हैं कि पूजा करने के सरल और सही विधि क्या है.
जिस स्थान पर मां लक्ष्मी की पूजा करनी है वह जगह साफ-सुथरा होना चाहिए. इसलिए, पूजा करने से पहले ही उस जगह की अच्छे से सफाई कर लें. माना जाता है कि गंदगी में लक्ष्मी का निवास नहीं होता है. उनका निवास केवल साफ-सुथरे जगहों पर होता है. साइंस के मुताबिक, अगर कोई जगह गंदा है और आसपास मकड़े के जाल हों तो निगेटिव एनर्जी हावी रहता है. गंदगी की दूसरी सबसे बड़ी वजह आलस्य है. जो आलसी होगा वह लक्ष्मी का अर्जन नहीं कर सकता है.
लक्ष्मी के साथ-साथ गणेश की भी पूजा करें. लक्ष्मी की पूजा से धन तो गणपति की पूजा से बुद्धि आएगा. बुद्धि के बिना न तो लक्ष्मी जी आ सकती हैं और आ भी गईं तो ठहर नहीं सकती हैं.
पूजा करने की विधि
पहले लक्ष्मी और गणेश की मूर्ति को अच्छे से धो लें. उसके बाद कुंकुम से पूजन करें. फूल में लाल गुलाब का इस्तेमाल करें. ये सब पवित्रता के साधन हैं. प्रसाद के रूप में खीर या मिठाई चढ़ाएं. पूजा के दौरान लक्ष्मी सूक्त का पाठ जरूर करें. कुल मिलाकर, निष्ठा और स्वच्छता के साथ पूजा करने पर फल जरूर मिलता है. लक्ष्मी जी के आने के यही रास्ते हैं.
मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए छोटी कन्याओं को उपहार दे सकते हैं. उपहार मिलने से वो बहुत खुश होती हैं. वे मासूम होते हैं और स्वभाव निश्चल होता है, इसलिए मां लक्ष्मी खुश होती हैं.
पूजा का शुभ मुहूर्त
ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक, इस वर्ष दिवाली पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 6 बजकर 30 मिनट से प्रारंभ होगा और रात 8 बजकर 30 मिनट तक रहेगा. इस साल दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त 1 घंटा 58 मिनट तक रहेगा. इसी दौरान सभी घरों में लक्ष्मी-गणेश की पूजा सम्पन्न की जाएगी.
नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट द्वारा पटाखे की बिक्री पर रोक को लेकर सदर बाजार के व्यापारियों ने अनूठे तरीके से अपना विरोध प्रदर्शन जताया. व्यापारियों ने हरी सब्जियों में पटाखों को लपेट कर बेचना शुरू कर दिया है. दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने सामान्य पटाखे की जगह ग्रीन पटाखे बेचने और फोड़ने की अनुमति दी है. सदर बाजार एसोसिएशन के अध्यक्ष एचएस छाबड़ा ने कहाकि हमलोग ग्रीन पटाखे का मतलब भी नहीं जानते हैं.
व्यापारियों ने कहा कि हम नहीं जानते हैं कि ग्रीन पटाखे क्या होते हैं. जब हमने स्थानीय SHO से बात की तो उन्होंने कहा कि वे हमें ग्रीन पटाखे की लिस्ट देंगे. दूसरे दिन जब हम लिस्ट लेने पहुंचे तो उन्होंने कहा कि इसके लिए दो दिन और चाहिए. बाजार में ग्रीन पटाखे है ही नहीं, तो हम क्या बेचेंगे. व्यापारियों का कहना है कि कोर्ट का फैसला एक साल पहले आना चाहिए था, जिससे कि बाजार में ग्रीन पटाखे उपलब्ध होते.
बता दें, सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में केवल ग्रीन पटाकों की बिक्री की अनुमति दी है. ग्रीन पटाखा कम प्रदूषण फैलाता है. इसके अलावा इसे तय समय और तय किए गए एरिया में ही बेचने का आदेश दिया गया था. कोर्ट ने पटाखों पर पूरी तरह प्रतिबंध से इनकार कर दिया था. कोर्ट ने कहा कि दीवाली के दिन रात 8 से 10 बजे के बीच ही पटाखे फोड़े जा सकते हैं. क्रिसमस और न्यू ईयर के मौके पर फायरक्रैकर्स रात 11.55 से रात 12.30 तक ही छोड़े जा सकेंगे.
Comments
Post a Comment